SIDH KUNJIKA FUNDAMENTALS EXPLAINED

sidh kunjika Fundamentals Explained

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देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्

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पाठमात्रेण संसिद्ध्येत् कुञ्जिकास्तोत्रमुत्तमम् ॥ ४ ॥

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः

धां धीं धू धूर्जटे: पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वरी।

ऐं-कारी here सृष्टि-रूपायै, ह्रींकारी प्रतिपालिका।

मारणं मोहनं वश्यं स्तंभनोच्चाटनादिकम् ।

श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः

ऐंकारी सृष्टिरूपायै ह्रींकारी प्रतिपालिका ।

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र में मां दुर्गा की नौ देवियां और दस महाविद्या का वर्णन है.

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः

दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि

समय का अभाव है तो नवरात्रि के नौ दिनों में सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ कर देवी की उपासना की जा सकती है. इससे पूजा और व्रत का अक्षय पुण्य प्राप्त होगा.

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